जो अनिश्चित है बांधे नहीं जा सकते पर मेरा वजूद भी इनसे ही है। जो अनिश्चित है बांधे नहीं जा सकते पर मेरा वजूद भी इनसे ही है।
मैं वो हूँ जिसमें मेरा अंतर्मन मुझे स्वीकारे। मैं वो हूँ जिसमें मेरा अंतर्मन मुझे स्वीकारे।
वफा जमाना सीखे तो बताऊँ कि मैंने सम्हाला, सौंप कर आगोश, जिसकी भी अकेली रात आ गई। वफा जमाना सीखे तो बताऊँ कि मैंने सम्हाला, सौंप कर आगोश, जिसकी भी अकेली ...
दिल ने सुनी वो दिल की बातें जो मेरा दिल समझता है दिल ने सुनी वो दिल की बातें जो मेरा दिल समझता है
फ़ुरकत ए गम की वो दास्तान क्या कहें बंज़र हुआ दिल ए गुलिस्तान क्या कहें फ़ुरकत ए गम की वो दास्तान क्या कहें बंज़र हुआ दिल ए गुलिस्तान क्या कहें
सुविचार पाना जरूरी होगा सुविचार पाने के लिए मन का अहंकार मिटाना होगा। सुविचार पाना जरूरी होगा सुविचार पाने के लिए मन का अहंकार मिटाना होगा।